उत्तराखंड के एक वीर सैनिक की शहादत और उसके परिवार के संघर्ष की कहानी पर आधारित गढ़वाली फिल्म शहीद 18 अक्टूबर को कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल के सिनेमाघरों में दिखाई जाएगी।
फिल्म निर्माता और निर्देशक देबू रावत ने कोटद्वार में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि गढ़वाली फिल्म शहीद उत्तराखंड के एक वीर सैनिक की शहादत और उसके परिवार के संघर्ष की कहानी पर आधारित है। यह फिल्म उत्तराखंड के एक जवान की शहादत और उसकी नवविवाहिता पत्नी के उत्पीड़न पर आधारित है और यह फिल्म क्षेत्रीय संस्कृति को दर्शाती है।
फिल्म निर्देशक का कहना है कि फिल्म नीति बनने के बाद उत्तराखंड की क्षेत्रीय फिल्मों को बढ़ावा मिल रहा है, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में सिनेमा हॉल न होने के कारण क्षेत्रीय फिल्मों को वह सफलता नहीं मिल पा रही है जो मिलनी चाहिए थी।
उन्होंने बताया कि यह फिल्म उत्तराखंड के एक ऐसे युवा सैनिक और उसके परिवार की परिस्थितियों पर आधारित है, जहां एक युवक शादी के कुछ दिनों बाद ही शहीद हो जाता है और फिर किस तरह उसकी पत्नी को दोषी मानकर उसे प्रताड़ित किया जाता है। फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह एक सैनिक का बूढ़ा पिता अपनी विधवा बहू की दूसरी शादी करवाने के लिए संघर्ष करता है और किस तरह वह अपने मकसद में कामयाब होता है। यह फिल्म इसी सामाजिक और पारिवारिक ताने-बाने पर आधारित है।