चमोली (उत्तराखंड): उत्तराखंड में भूस्खलन की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा भूस्खलन राज्य के चमोली जिले में हुआ है। तेज धूप के दौरान मलारी नेशनल हाईवे के ऊपर स्थित पहाड़ अचानक धड़ाम से टूटकर गिर गया। इस महत्वपूर्ण नेशनल हाईवे पर पहाड़ टूटने से यातायात रोक दिया गया है।
नेशनल हाईवे पर पहाड़ टूटकर गिरा: जानकारी के अनुसार मलारी नेशनल हाईवे भारत-चीन सीमा को जोड़ता है। नेशनल हाईवे पर लाता से करीब 20 किलोमीटर आगे पहाड़ का आधा हिस्सा टूटकर गिर गया है। इससे नेशनल हाईवे पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। दरअसल, पहाड़ों में बारिश के बाद तेज धूप के कारण चट्टानें टूटने लगी हैं। ऐसे में पहाड़ी रास्तों पर सफर करना किसी मुसीबत से कम नहीं है।
बारिश रुकने के बाद शुरू हुआ भूस्खलन: चमोली जिले में पिछले कुछ दिनों से तेज धूप खिली हुई है। इस धूप के कारण हाईवे हर जगह आवाजाही के लिए सुचारू हो गया है, लेकिन अधिकतर देखा जा रहा है कि तेज धूप के कारण भूस्खलन भी हो रहा है। इसके कारण सड़कें भी लगातार टूटती रहती हैं। बारिश के मौसम में और तेज धूप के कारण चट्टानों पर छोटी-छोटी दरारें टूटने लगती हैं।
मलारी नेशनल हाईवे पर भूस्खलन: ताजा मामला भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले मलारी नेशनल हाईवे का है। यहां सोमवार दोपहर लाता से आगे पहाड़ी का आधा हिस्सा टूटकर गिर गया। गनीमत रही कि उस समय यहां से कोई वाहन नहीं जा रहा था। नहीं तो यहां बड़ा हादसा हो सकता था। बीआरओ की ओर से हाईवे से मलबा हटाने का काम शुरू किया जा रहा है।