Wed. Feb 5th, 2025

पेरिस ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचने वाली भारत की शीर्ष निशानेबाज मनु भाकर को खेल रत्न पुरस्कार के लिए न चुने जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस मुद्दे पर निशानेबाज ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा- शायद मेरी ओर से कोई गलती हुई है।

‘शायद मुझसे कोई गलती हुई है’

मनु ने एक्स पर लिखा- सबसे प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार के लिए मेरे नामांकन को लेकर चल रहे मुद्दे के बारे में मैं यह कहना चाहूंगी कि एक एथलीट के तौर पर मेरी भूमिका अपने देश के लिए खेलना और प्रदर्शन करना है। मुझे लगता है कि नामांकन दाखिल करते समय मेरी ओर से कोई गलती हुई होगी जिसे सुधारा जा रहा है।

मनु के पिता राम किशन का बयान

इससे पहले मंगलवार को मनु के पिता ने शीर्ष निशानेबाज के हवाले से दावा किया था कि उसने पुरस्कार के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर अपना नाम भेजा था लेकिन फिर भी वह 30 नामों की शॉर्टलिस्ट में जगह बनाने में विफल रही। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में मनु भाकर के पिता ने खेल मंत्रालय और खेल रत्न के लिए नामितों की सूची को अंतिम रूप देने वाली समिति पर तीखी टिप्पणी की। मंत्रालय ने कहा है कि मनु ने पुरस्कार के लिए अपना नाम नहीं भेजा, लेकिन इस स्टार शूटर और उनके पिता ने इससे इनकार किया है। राम किशन ने कहा, ‘मुझे उसे निशानेबाजी के खेल में जाने के लिए प्रेरित करने का अफसोस है। मुझे मनु को क्रिकेटर बनाना चाहिए था। तब सारे पुरस्कार और प्रशंसा उसे मिलती। उसने एक ही ओलंपिक संस्करण में दो पदक जीते, उससे पहले किसी भारतीय ने ऐसा नहीं किया। आप मेरी बेटी से देश के लिए और क्या उम्मीद करते हैं? सरकार को उसके प्रयासों को पहचानना चाहिए और महत्व देना चाहिए। मैंने मनु से बात की और वह इन सब से निराश है। उसने मुझसे कहा कि मुझे ओलंपिक में नहीं जाना चाहिए था और देश के लिए पदक नहीं जीतने चाहिए थे। मनु ने मुझसे कहा कि उसे एथलीट नहीं बनना चाहिए था।’

मंत्रालय ने दिया था ये बयान

इस मामले पर मंत्रालय की ओर से भी बयान आया है। मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा, ‘अभी अंतिम सूची तय नहीं हुई है। खेल मंत्री मनसुख मंडाविया एक-दो दिन में सिफारिश पर फैसला लेंगे और मनु का नाम अंतिम सूची में होने की संभावना है। सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश वी रामसुब्रमण्यम की अध्यक्षता वाली 12 सदस्यीय पुरस्कार समिति में भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल सहित पूर्व खिलाड़ी भी शामिल हैं।