शुक्रवार को भारतीय शटलर लक्ष्य सेन ने पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में चोउ टिएन चेन को 19-21, 21-15, 21-12 से हराकर इतिहास रच दिया। लक्ष्य सेन ओलंपिक में बैडमिंटन पुरुष एकल के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। पहला सेट हारने के बाद लक्ष्य ने जोरदार वापसी की और चीनी ताइपे के खिलाड़ी को वापसी का कोई मौका नहीं दिया।
अब सेमीफाइनल में लक्ष्य सेन का सामना सिंगापुर के लोह कीन यू और डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल के विजेता से होगा।
कई पदक जीत चुके हैं
इससे पहले लक्ष्य सेन ने 2021 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर भारत के शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक के रूप में अपनी पहचान बनाई थी। लक्ष्य ने 2022 में आयोजित एशियाई खेलों में रजत पदक जीता है।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले लक्ष्य सेन का जन्म अगस्त 2001 में हुआ था। उनके परिवार में हमेशा से ही बैडमिंटन का जुनून रहा है। लक्ष्य के दादा चंद्र लाल सेन अल्मोड़ा में बैडमिंटन को मान्यता दिलाने वाले पहले व्यक्ति थे। जबकि उनके पिता डीके सेन ने 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है और वह लक्ष्य सेन के कोच हैं।