चौसला के बाद गुरुवार को प्रशासन ने गौलापार के देवला तल्ला पजाया में डेमोग्राफी बदलने की कोशिशों को नाकाम कर दिया। यहां दो कॉलोनियों के लिए बनाए गए प्लॉटों को जिला विकास प्राधिकरण ने तीन जेसीबी मशीनों की मदद से ध्वस्त कर दिया। प्राधिकरण ने संतलोक आश्रम को सील करने के अगले ही दिन यह दूसरी बड़ी कार्रवाई की।
देवला तल्ला पजाया में बसाई जा रही कॉलोनियों में मुस्लिम समुदाय की पूरी कॉलोनी बसाने की शिकायतें सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराई गई थीं। शिकायत के मुताबिक, जल्दबाजी में 111 रजिस्ट्री की गईं, जिनमें से 109 मुस्लिम समुदाय के लोगों के नाम पर थीं। इनमें से भी अधिकांश लोग बाहरी राज्यों के हैं।
प्राधिकरण सचिव विजय नाथ शुक्ला ने बताया कि देवला तल्ला पजाया गांव में हरगोविंद सिंह, उमंग मेहरा, विमला मेहरा और राजेश रावत ने कुछ समय पहले तीन हेक्टेयर जमीन पर 100-150 वर्ग गज के करीब 150 प्लॉट काटकर बेच दिए। प्लॉटिंग के लिए न तो प्राधिकरण से अनुमति ली गई और न ही रेरा में पंजीकरण कराया गया। जानकारी मिलने पर प्राधिकरण ने जनवरी 2023 में इस जगह का चालान किया था। अगस्त 2023 में इसके ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किए गए।