त्तराखंड के दो शहरों में कूड़े से बिजली बनने लगी है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की पहल पर इन निकायों ने यह कदम उठाया है। इससे इन शहरों में पर्यावरण प्रदूषण की चुनौती से लोगों को राहत मिलेगी।
शहरों में आबादी बढ़ने के साथ ही कूड़े का उत्पादन भी लगातार बढ़ रहा है। इससे निकायों के सामने स्वच्छता से लेकर पर्यावरण प्रदूषण तक की चुनौतियां हैं, लेकिन कूड़े से बिजली बनने से भविष्य में लोगों के सामने प्रदूषण की चुनौती काफी हद तक कम हो जाएगी।
सरकार पहले दिन से ही पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन बनाने पर जोर दे रही है। ग्रीन इकोनॉमी पर खास ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में निकायों में कूड़े से बिजली बनाई जा रही है। इसके लिए वेस्ट टू एनर्जी पॉलिसी भी तैयार की गई है। राज्य सरकार उत्तराखंड के पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।