फूड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने उत्तराखंड में संचालित हो रहे स्टोर और रिटेल चेन्स में 40% स्थानीय उत्पादों की बिक्री अनिवार्य करने की मांग उठाई। एसोसिएशन ने इसके लिए तत्काल नीति बनाने की आवश्यक्ता बताई। साथ ही कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो इन स्टोर की वजह से राज्य के कई एमएसएमई यूनिट बंद हो जाएंगे।
फूड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सोमवार को राज्य अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष विश्वास डाबर के साथ बैठक हुई। इस दौरान एसोसिएशन के संयोजक अनिल मारवाह ने कहा कि व्यापार के नए परिवेश के हिसाब से बहुराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं बड़ी कंपनियां खुदरा बाजार में आ गई हैं। उन्होंने बहुत से शॉपिंग मॉल, बड़े-बड़े रिटेल स्टोर्स व रिटेल चेन्स अथवा ऑन लाइन बिक्री से खुदरा बाजार पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन इनका स्वागत करता है लेकिन यहां पर राज्य में एमएसएमई द्वारा बनाए गए उत्पादों की बिक्री नहीं हो रही है। ऐसे में राज्य के एमएसएमई बंद होने की नौबत आ गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे स्टोर पर कम से कम 40% स्थानीय उत्पादों की बिक्री अनिवार्य की जाए। बैठक में सह संयोजक पवन अग्रवाल, केके अग्रवाल, विक्की बारी, राकेश भाटिया, मंयक गर्ग, हरपाल गुलाटी, अनुज गर्ग, प्रशांत गोयल आदि मौजूद रहे। उधर, परिषद के उपाध्यक्ष डाबर ने आश्वस्त किया कि वे सभी मुद्दों को सरकार के सामने रखेंगे।